कार्य़ के प्रमुख थर्स्ट क्षेत्र गांवों, ब्लॉक, वॉटरशेड एवं जिला स्तर पर प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, स्वॉयल सर्वेक्षण एवं वर्गीकरण के साथ मैपिंग गतिविधियां। डिविजन का प्रमुख उद्देश्य सरकार के विभिन्न विभागों को एवं अन्य परियोजनाओं को, जहां एकीकृत अध्ययन हेतु स्वॉयल लेयर आवश्यक है, जीआईएस एन्वायरमेंट में रिमोट सेंसिंग डाटा पर स्वॉयल आधार पर स्पाटियल डाया प्रदान करना है। बेहतर भू-उपयोग नियोजन एवं रीक्लेमेशन परियोजनाओं हेतु स्वॉयल मैप, वेस्टलैण्ड मैप एवं डीग्रेडेड लैण्ड मैप जनित करने हेतु राष्ट्रीय एवं अंतर्ऱाष्ट्रीय संस्थान के साथ डिविजन के साथ सम्मिलित किया गया है। विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में एवं एम.एससी/पीएच.डी/एम.टेक के प्रोस्नातक छात्रों को सम्मेलन के माध्यम से रिमोट सेंसिंग एवं जीआईएस तकनीकों की एप्लीकेशन पर सूचना प्रसारण में डिविजन के वैज्ञानिक भी सम्मिलित हैं। केंद्र में विभिन्न चालू परियोजनाओं की आवश्यक्ता को पूरान करने हेतु स्वॉयल विश्लेषण एवं वॉटर विश्लेषण हेतु प्रयोगशाला भी इस डिविजन में सम्मिलित है।